
अजीनोमोटो, मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG): स्वाद का जादू या सेहत के लिए खतरा?
अजीनोमोटो क्या है?
अजीनोमोटो, मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) का जापानी नाम है. एक प्रकार का एमएसजी सोडियम और ग्लूटामिक एसिड से बना एक यौगिक है. अजीनोमोटो की गिनती प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले सबसे आम अमीनो एसिड में की जाती है. सफेद रंग का यह क्रिस्टलीय पदार्थ एशियाई व्यंजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. 1908 में यह एक ब्रांड के रूप में व्यवसायिक तौर पर आया था. किन्तु आज दुनिया में हर खाने को स्वादिष्ट बनाने में इसका प्रयोग में किया जाता है.
चाउमीन, मंचूरियन, फ्राइड राइस, मैगी, सूप यहाँ तक की मैगी मसाले में भी अजीनोमोटो का इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल कई डिब्बाबंद फास्ट फूड, सोया सॉस, टोमेटो सॉस, संरक्षित मछली जैसे सभी संरक्षित खाद्य उत्पादों में किया जाता है. हालांकि इसका ज्यादा सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
अजीनोमोटो (MSG) को स्लो पॉयज़न भी कहा जा सकता है. नियमित रूप से अधिक मात्रा में अजीनोमोटो का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. हालांकि कुछ रिसर्च में पाया गया है कि सीमित मात्रा में इसका सेवन सुरक्षित है.
अजीनोमोटो पर सवाल तब उठने शुरू हुए जब 1960 में चीनी-अमेरिकी डॉक्टर 'रॉबर्ट होमैन क्वोक' ने न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन को एक पत्र लिखकर समझाया कि वह चायनीज़ खाना खाने के बाद बीमार हो गये. जिसका कारण उन्होंने अजीनोमोटो बताया. कुछ लोगों को इसके सेवन के बाद असुविधा महसूस होती है. आइए जानते हैं अजीनोमोटो के नुकसान के बारे में.
अजीनोमोटो के संभावित नुकसान:
• अजीनोमोटो (मोनोसोडियम ग्लूटामेट) मस्तिष्क में एक न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में कार्य करता है. चूंकि यह न्यूरोट्रांसमीटर तंत्रिकाओं में जमा होता है. लगातार अजीनोमोटो का सेवन आपके मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
• अजीनोमोटो (MSG) चयापचय संबंधी विकारों के बढ़ते जोखिम के साथ जुड़ा हुआ है. यह उच्च रक्त शर्करा के स्तर और डायबिटीज़ का कारण बन सकता है.
• कोई भी जंक फूड जो हमारी भूख को बढ़ाता है. जिससे मोटापा बढ़ने की सम्भवनाएं बढ़ जाती हैं। वज़न बढ़ने से शरीर को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं. पेट से संबंधित अन्य समस्याएं जैसे एसिडिटी, मतली आना, एसिड रिफ्लैक्स जैसी समस्याओं को जन्म देता है.
• कई शोध में पाया गया है कि अजीनोमोटो का ज्यादा सेवन मस्तिष्क में हार्मोन लेप्टिन के सिग्नल प्रभाव को बाधित करता है. इसका स्वाद आपको ओवर ईटिंग करने पर मजबूर कर सकता है.
• गर्भवती महिलाओं को अजीनोमोटो का सेवन नहीं करना चाहिए. अधिक अजीनोमोटो खाने से ब्लडप्रेशर में उतार-चढ़ाव हो सकता है जो बांझपन का कारण भी बन सकता है.
• बच्चों को अजीनोमोटो युक्त खाद्य पदार्थ नहीं खिलाना चाहिए. इसका प्रभाव बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि उनका मस्तिष्क अभी विकसित हो रहा होता है.
• ज्यादा अजीनोमोटो का सेवन माइग्रेन के दौरे को ट्रिगर कर सकता है. अगर आपको नींद और माइग्रेन से जुड़ी समस्या है तो इसकी एक बड़ी वजह अजीनोमोटो भी हो सकता है. अजीनोमोटो दिमाग में उत्तेजना पैदा करता है. जिससे नींद नहीं आती और दिनभर कमजोरी महसूस होती है. इसे ज्यादा खाने से सिर दर्द की समस्या भी होने लगती है.
• यह आँखों की रेटिना को नुकसान पहुंचाता है साथ ही थायराइड और कैंसर जैसे रोगों के लक्षण भी पैदा कर सकता है.
ध्यान रखें अजीनोमोटो का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित है या नहीं, यह अभी भी बहस का विषय है. स्वस्थ रहने के लिए घर का बना खाना और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना सबसे अच्छा उपाय है. प्राकृतिक स्वाद बढ़ाने वाले विकल्पों का उपयोग करें जैसे कि जड़ी-बूटीयाँ, मसाले और नींबू का रस.
खाद्य लेबलों को ध्यान से पढ़ें और उन उत्पादों को खरीदने से बचें जिनमें अजीनोमोटो या (MSG)मोनोसोडियम ग्लूटामेट मौजूद हो.
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