
मानव जीवन के लिए खतरनाक मोबाइल रेडिएशन
स्मार्टफोन आजकल लोगों की ज़िदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है। उठते-बैठते, खाते-पीते, सोते-जागते हर वक्त मोबाइल फोन हमारे साथ रहता है। लोग खाना खाए बिना तो कुछ देर रह सकते हैं लेकिन मोबाइल का डाटा खत्म हो जाय या बैटरी डिस्चार्ज हो गई है तो फिर तो पूछिए मत। ऐसा लगता है मानो ज़िन्दगी ख़त्म हो गई है।
स्मार्ट फोन्स पर आज हम सभी इतने ज्यादा निर्भर हो गए हैं कि किसी से फोन पर बात करनी हो, पेमेंट करना हो या फिर इंटरनेट पर कुछ सर्च करना हो, ऑनलाइन क्लासेस हों, दूर बैठे लोगों से वीडियो काल के ज़रिये बात करनी हो, ऑनलाइन शॉपिंग करनी हो, टिकट बुक कराना हो जैसे और भी तमाम तरह के काम। कहने का मतलब मोबाइल हर वक्त साये की तरह हमारे साथ रहता है। मोबाइल फ़ोन की अधिकता के साथ ही बच्चे तो बच्चे बड़ों में भी गेमिंग की लत बढ़ी है जो कि अब जानलेवा साबित हो रही है।
मोबाइल रेडिएशन से होने वाले नुकसान:
सच तो ये है कि हर चीज़ के अपने कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं। क्या आप जानते हैं कि जिस फोन को आप हर वक्त खुद के साथ रखते हैं वही मोबाइल फ़ोन हमारी सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन भी बन सकता है। जी हाँ शायद आपमें से कुछ लोग इस बात से वाकिफ हों कि मोबाइल से रेडिएशन निकलता है, तो हो सकता है कि हममें से कुछ लोगों को इस बात की जानकारी न हो।
गौरतलब हो कि मोबाइल फोन के नेटवर्क के लिए टेलीकॉम कंपनियां अलग-अलग क्षेत्रों में टावर इंस्टॉल करती हैं। टावर का रेडिएशन हमारे संपर्क में सीधे तो नहीं रहता लेकिन मोबाइल फोन जो 24 घंटे हमारे साथ रहता है। ऐसे में ज़ाहिर सी बात है कि इसका मानव शरीर पर प्रभाव बहुत ज्यादा ही पड़ता है।
बता दें कि मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन सेहत के लिए बहुत हानिकारक माना जाता है। रेडिएशन का हमारे दिल और दिमाग दोनों पर बुरा असर पड़ता है। दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है और दिमाग की याददाश्त पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। ये फर्टिलिटी पर भी बुरा असर डालता है।
मोबाइल रेडिएशन से कैंसर, आर्थराइटिस, अल्जाइमर और हार्ट डिज़ीज़ जैसी बीमारीयों का खतरा बढ़ने की संभावना अधिक रहती है। इतना ही नहीं एकाग्रता,आंख सम्बन्धी समस्याओं के साथ-साथ न्यूरो-डेगनेरेटिव डिसऑर्डर का खतरा भी बढ़ जाता है।
चेक करें आपका फोन कितना रेडिएशन फैला रहा है:
मोबाइल फोन से निकलने वाले रेडिएशन को रेडियो फ्रीक्वेंसी रेडिएशन कहा जाता है। फोन से निकलने वाले रेडिएशन को SAR वैल्यू में मापा जाता है। SAR का मतलब है कि Specific Absorption Rate। क्या आपको पता है कि आपका मोबाइल कितना रेडिएशन फैला रहा है ? बहुत ही आसानी से आप इस बात की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अपने फोन की SAR वैल्यू का पता लगाने के लिए आपको सबसे पहले मोबाइल का डायल पैड ओपन करना होगा। डॉयल पैड ओपन करने के बाद आपको *#07# कोड डॉयल करना है। जैसे ही आप इस कोड को डॉयल करेंगे आपके स्क्रीन पर एक पॉप-अप आएगा जिसमें आपके मोबाइल की SAR वैल्यू लिखी होगी।
भारत में SAR वैल्यू की एक लिमिट निश्चित है और तय लिमिट के हिसाब से फोन का रेडिएशन लेवल 1.6 वाट प्रति किलोग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए। अगर आपके फोन की SAR वैल्यू इस लिमिट से ज्यादा आ रही है तो इसका मतलब साफ है कि आपका फोन सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।
रेडिएशन से बचने के तरीके:
टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स की मानें तो मोबाइल को रेडिएशन से बिलकुल मुक्त तो नहीं किया जा सकता लेकिन हाँ कुछ हद तक मोबाइल रेडिएशन के असर को कम किया जा सकता है।
ध्यान रखें फोन को चार्जिंग पर लगाकर कभी बात न करें। इस वक्त मोबाइल रेडिएशन दस गुना तक बढ़ जाता है। ना भूलें कि रेडिएशन का असर दिमागी सेल्स पर भी पड़ता है। अगर लंबे समय तक फोन पर बात करना ज़रूरी है तो सबसे सही तरीका है कि आप फोन को स्पीकर पर रखकर बात करें या बात करते समय ईयरफोन या हेडफ़ोन का इस्तेमाल करें। इससे शरीर पर रेडिएशन का इफेक्ट कम पड़ता है।
कई बार आप फोन में मल्टी-टास्किंग कर रहे होते हैं या गेम खेल रहे होते हैं या फिर लो बैटरी में भी लगातार फोन चला रहे होते हैं। इस तरह की चीजों से बचें। मोबाइल फोन को कमीज़ की जेब या पैंट की जेब में रखने से बचें। अच्छे मोबाइल केस का इस्तेमाल करें। सोते समय अपने सिरहाने मोबाइल फोन रखने से बचें।
सिग्नल कमज़ोर होने पर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन सबसे ज्यादा होता है। खासकर जब आप बेसमेंट या लिफ्ट जैसी जगहों पर हों। ऐसी स्तिथि में फोन कॉल करने से बचें।
इन सब सावधानियों को आत्मसात कर आप मोबाइल रेडिएशन जैसे खतरे को बहुत हद तक दूर कर सकते हैं।
Articles
-
आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए सही नहीं सबको खुश रखने की आदत
-
हीट वेव से कैसे बचें ?
-
स्टार्वेशन डाइट (भुखमरी आहार): पतले होने की चाहत में खतरे का खेल!
-
गर्मी के मौसम में सेहत के लिए फायदेमंद इन खाद्य पदार्थों का सेवन ज़रूर करें
-
गर्मियों के लिए सुखदायक:ठंडी छाछ
-
गर्मी से राहत और कोलेस्ट्रॉल पर लगाम,कच्चे आम के ये हैं कमाल!
-
क्षमता से ज्यादा काम करना: सेहत और खुशहाली के लिए खतरा
-
क्षमता से ज्यादा काम करना: सेहत और खुशहाली के लिए खतरा
-
डिजिटल युग में बच्चों को मोबाइल की लत से कैसे बचायें
-
सफलता चूमेगी आपके कदम
-
खुश रहो हरदम: खुशियाँ या ग़म
-
स्वास्थ्य के लिए खतरनाक: ज़रूरत से ज़्यादा एक्सरसाइज़
-
खाने से पहले आम को पानी में भिगोकर रखना क्यों ज़रूरी है ?
-
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी सोसायटी के संयुक्त सचिव चुने गए SGPGI के डॉ. प्रवीर राय
-
पोषक तत्वों से भरपूर तरबूज
-
प्रोटीन सप्लीमेंट: फायदे और नुकसान
-
कोल्ड ड्रिंक्स:राहत या आफत
-
तुलसी एक, फायदे अनेक
-
पतंजलि मामले में उत्तराखंड स्टेट लाईसेंसिग अथॉरिटी को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, 1 लाख का जुर्माना भी ठोका
-
पाचन तंत्र को मजबूत बनाने रखने में सहायक योगासन:
-
कॉकरोच भगायें: आजमायें घरेलू उपाय
-
गर्मियों में खायें,शरीर को ठंडक प्रदान करने वाले फल
-
औषधीय गुणों से भरपूर: करी पत्ता
-
गुणकारी नींबू
-
गूलर के औषधीय गुण
-
पौष्टिक और स्वास्थ्य वर्धक कसूरी मेथी
-
औषधीय गुणों से भरपूर गिलोय
-
स्वास्थ्य के लिए वरदान, पथरचट्टा
-
'सनशाइन विटामिन' के लिए सेवन करें इन पौष्टिक आहार का
-
ग्लूटेन-फ्री डाइट फॉलो करने से पहले जान लें इसके फायदे और नुकसान
-
चुटकियाँ बजाते दूर करे परेशानी,नारियल पानी
-
फालसा: स्वादिष्ट और सेहतमंद गर्मियों का फल
-
महुआ: दवाओं का खज़ाना
-
सुपर फूड, सहजन ( मोरिंगा )
-
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मददगार सब्जियाँ एवं फल
-
स्वास्थ्यवर्धक गुणों का खज़ाना: लौकी
-
इम्यूनिटी बूस्टर: लीची
-
सेहत का खज़ाना:अंकुरित रागी
-
छिपकलियों से छुटकारा पाने के शानदार घरेलू टिप्स।
-
धनिया से बनी स्वास्थ्यवर्धक हर्बल चाय
-
सेहत का खज़ाना: कीवी
-
सुबह-सुबह खाली पेट पानी पीने के चमत्कारी फायदे
-
गर्मियों में खायें न्यूट्रिशन से भरपूर मीठा आम:
-
सेहत के लिए फायदेमंद कमाल का फल मकोय
-
जामुन: सिर्फ स्वादिष्ट फल ही नहीं सेहत के लिए भी है लाजवाब
-
सुपाच्य और पौष्टिक सत्तू
-
पाचन और स्वास्थ्य के लिए अमृत: बेल
-
स्वास्थ्य के लिए संजीवनी बूटी: शीशम
-
कैल्शियम से भरपूर बीज और मेवे:
-
स्वादिष्ट और सेहतमंद पपीता
-
शहतूत के करिश्माई फायदे
-
खून की जगह यूरिन से हो सकेगी शुगर की जांच! रायबरेली के छात्र ने डेवलप की स्ट्रिप
-
स्वस्थ जीवन का सर्वोत्तम आधार: योग
-
गर्मियों में त्वचा के लिए वरदान मुल्तानी मिट्टी
-
सेहत के लिए खतरनाक केमिकल से पका आम
-
पाचक परवल में छिपा है सेहत का राज़
-
लीवर को स्वस्थ बनाये रखने के लिये करें योगासन
-
कुदरत का करिश्मा: सिंदूर का पौधा
-
रोगों और वास्तु दोषों को दूर करने में कारगर लाजवंती
-
सेहत के लिए फायदेमंद अलसी के बीज
-
पोषक तत्वों का पावर हाउस: करामाती करौंदा
-
स्वास्थ्य का खज़ाना: सौंफ, जीरा और अजवाइन का पानी
-
किंग ऑफ़ स्पाइस: काली मिर्च
-
प्राकृतिक औषधियों का खज़ाना: कड़वा नीम
-
लोबिया दाल: प्रकृति का सुपर फूड
-
बरसात के मौसम में खान-पान का रखें विशेष ध्यान
-
अजीनोमोटो: स्वाद का जादू या सेहत के लिए खतरा?
-
सुपर ग्रेन्स मिलेट्स: स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए वरदान
-
अंजीर के अद्भुत फायदे
-
आलू बुखारा: बरसात के मौसम में सेहत का खज़ाना
-
DY. CM ब्रजेश पाठक ने बछरावां CHC में मारा छापा,11 डाक्टर और स्टाफ गैरहाजिर मिले,फतेहपुर जिला अस्पताल भी पहुंचे
-
स्वास्थ्य के लिए आवश्यक: विटामिन बी12
-
भीगे हुए बादाम: सेहत और सुंदरता का राज
-
स्वादिष्ट ,पौष्टिक और सम्पूर्ण आहार: भुट्टा
-
लहसुन: विटामिन बी12 की कमी का प्राकृतिक उपचार
-
आदतें, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए वरदान हैं
-
नाशपाती: सेहत के लिए जादुई फल
-
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेहत को लेकर होगी विशेष व्यवस्था, योगी सरकार तैनात करेगी 407 डॉक्टर और 746 पैरामेडिकल स्टाफ
-
स्टीकर से पहचानें फल की गुणवत्ता
-
लता वर्गीय सब्जी पेठा: प्राकृतिक शीतलता और स्वास्थ्य का सर्वश्रेष्ठ मिश्रण
-
जया बच्चन की टोंन वाली टिप्पणी पर भड़के सभापति जगदीप धनखड़, विपक्ष ने किया वॉकआउट
-
जीवन शक्ति का स्रोत: नारी का साग
-
सावन में सात्विक आहार का महत्व
-
लखनऊ एयरपोर्ट पर रेडियोऐक्टिव मैटेरियल लीक!, NDRF , SDRF मौके पर पहुंचीं , आसपास का एरिया खाली कराया गया
-
कब खाएं और क्यों न खाएं अमरूद?
-
कुदरत का अमृत फल: आंवला
-
अगस्त: स्वास्थ्य के लिए एक अद्भुत औषधि
-
अच्छी नींद, मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता का राज
-
सुदर्शन का चमत्कार: स्वास्थ्य के लिए वरदान
-
दोपहर की नींद: शरीर और दिमाग के लिए वरदान या अभिशाप?
-
बच्चों की अत्यधिक आज्ञाकारिता के पीछे छिपी है सोशल एंग्जाइटी: जानिये क्या हैं लक्षण और समाधान
-
श्रीअन्न: ऊर्जा का अद्भुत स्रोत
-
सक्रिय रहें, स्वस्थ रहें: देर तक बैठने से बचें
-
पोई का साग: पोषण और स्वास्थ्य के लिए वरदान
-
ड्रैगन फ्रूट: पौष्टिकता और स्वास्थ्य का अनूठा संगम
-
बालों का झड़ना: जानें कारण, आवश्यक पोषक तत्व और प्रभावी समाधान
-
सेहत के लिए अनमोल हैं सब्जियों के फूल: जानें इन्हें खाने का सही तरीका
-
मकोय: फल एक, फायदे अनेक
-
महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर 155 घंटे का नॉन-स्टॉप सफाई अभियान, नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने दी जानकारी
-
सेप्सिस से लड़ने के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और समय पर हस्तक्षेप सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण-ब्रजेश पाठक
-
करियर और पारिवारिक जीवन में संतुलन: कामकाजी महिलाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती
-
पारंपरिक और आधुनिक दृष्टिकोण से धातु बर्तनों का चुनाव और उनका स्वास्थ्य पर प्रभाव
-
सांस की बीमारियों का प्रमुख कारण है वायु प्रदूषण , विशेषज्ञों ने WORLD LUNG DAY पर साफ हवा, स्वस्थ जीवन का संदेश दिया
-
आकांक्षा समिति ने स्वास्थ्य शिविर का किया आयोजन, प्राकृतिक चिकित्सा,योग और एक्यूप्रेशर की भी दी गई जानकारी
-
देश के प्रसिद्ध हृदयरोग विशेषज्ञ डाक्टर वेणुगोपाल का निधन, भारत में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट कर रचा था इतिहास
0

लाइक करने के लिए लॉगिन करें

कॉमेंट करने के लिए लॉगिन करें

लाइक करने के लिए लॉगिन करें

कॉमेंट करने के लिए लॉगिन करें